कीव. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और क्षेत्रीय अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को पूर्वी यूक्रेन के एक गांव में पेंशन प्राप्त करने के लिए लाइनों में लगे बुजुर्गों पर रूसी ग्लाइड बम से किए गए हमले में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गयी और दो दर्जन लोग घायल हो गये. जेलेंस्की ने ‘टेलीग्राम’ पर एक पोस्ट में कहा कि दोनेत्स्क क्षेत्र के यारोवा गांव में बम गिरा. उन्होंने हमले के बारे में कहा, ह्लनि?संदेह यह क्रूरता है.” जेलेंस्की ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि वह रूस पर अतिरिक्त आर्थिक प्रतिबंध लगाकर उसे आक्रमण के लिए दंडित करें.
उन्होंने पोस्ट में कहा, “दुनिया को चुप नहीं रहना चाहिए. दुनिया को निष्क्रिय नहीं रहना चाहिए. अमेरिका को जवाब देना चाहिए. यूरोप को जवाब देना चाहिए. जी-20 को प्रतिक्रिया देनी चाहिए. रूस को मौत का तांडव मचाने से रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जरूरत है.” दोनेत्स्क के गवर्नर वादिम फिलाश्किन ने बताया कि पेंशन पाने के लिए इंतजार कर रहे बुजुर्गों की कतार पर हुए इस हमले में 21 लोगों की मौत हो गयी और 21 अन्य लोग घायल हो गए. उन्होंने ‘टेलीग्राम’ पर लिखा, ह्लयह युद्ध नहीं है. यह सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद है.” फिलाश्किन ने कहा कि आपातकालीन प्रतिक्रिया दल घटनास्थल पर मौजूद था. यारोवा, सीमा से 10 किलोमीटर से भी कम दूरी पर स्थित है. यह क्षेत्र 2022 में रूस के कब्जे में था लेकिन उसी वर्ष बाद में यूक्रेन की सशस्त्र सेनाओं ने एक जवाबी हमले में इसे मुक्त करा लिया था.


