चीन ने अपनी विशाल सैन्य परेड में कई नयी हथियार प्रणालियों का किया अनावरण

vikasparakh
0 0
Read Time:13 Minute, 16 Second

बीजिंग. चीन ने सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करते हुए बुधवार को एक विशाल परेड में पहली बार कई नए हथियारों का प्रदर्शन किया, जिसमें लेजर हथियार, परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल, पानी के नीचे संचालित होने वाले विशाल ड्रोन के अलावा पांचवीं पीढ़ी के विमान शामिल थे.

द्वितीय विश्व युद्ध में जापानी आक्रमण के विरुद्ध चीन की विजय की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की परेड में प्रर्दिशत एक बहुर्चिचत नया हथियार था एलवाई-1 लेज.र हथियार. आठ पहियों वाले एचजेड-155 बख्तरबंद ट्रक पर लगा यह लेज.र हथियार दुश्मन के हथियारों और उपकरणों के ऑप्टिकल सेंसर को प्रभावी ढंग से नष्ट कर सकता है. चीनी रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि यह हथियार समुद्र में चीन की ताकत में और इजाफा करेगा.

लेज.र को नए साजो सामान के रूप में देखा जा रहा है. भारत ने पिछले महीने एकीकृत वायु रक्षा हथियार प्रणाली (आईएडीडब्ल्यूएस), विशेष रूप से उच्च-शक्ति लेज.र-आधारित निर्देशित-ऊर्जा हथियार (डीईडब्ल्यू) प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जिसकी एक चीनी सैन्य विशेषज्ञ ने प्रशंसा की और कहा कि इसे एक “महत्वपूर्ण प्रगति” माना जाना चाहिए. इसके अलावा, चीन ने पहली बार एक नए प्रकार की डीएफ-5सी तरल-ईंधन वाली अंतरमहाद्वीपीय सामरिक परमाणु मिसाइल का प्रदर्शन किया.

सरकारी अखबार ‘ग्लोबल टाइम्स’ की खबर के अनुसार, इस मिसाइल की अनुमानित मारक क्षमता 20,000 किलोमीटर से अधिक है और यह लक्ष्य को भेदने और सटीकता के मामले में भी श्रेष्ठ है. एक विशेषज्ञ के हवाले से बताया गया है कि यह अपनी मारक क्षमता के अंतर्गत पूरी दुनिया में कहीं भी निशाना साध सकती है. इसके अलावा, पीएलए की पहली हवाई-प्रक्षेपित परमाणु मिसाइल जेएल-1 का एक सैन्य ट्रक पर अनावरण किया गया. यह मॉडल प्रदर्शन पर मौजूद पनडुब्बी से प्रक्षेपित अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल जेएल-3 से काफ.ी छोटा है.

आधिकारिक मीडिया का कहना है कि ये दोनों मिसाइलें डीएफ-61 और डीएफ-31 के साथ, पीएलए की “थल, जल और वायु त्रिकोणीय रणनीतिक परमाणु शक्तियों” के “पहले केंद्रित प्रदर्शन” का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो “राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा और राष्ट्रीय गरिमा की रक्षा के लिए एक रणनीतिक हथियार” है.

सैन्य ब्लॉगर मा यान ने हांगकांग के अखबार ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ को बताया कि उन्नत अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल डीएफ-5सी यह संदेश देती है कि “चीन की रणनीतिक प्रतिरोधक क्षमता विश्वसनीय, भरोसेमंद और पर्याप्त है.” उन्होंने कहा कि डीएफ-5सी कथित तौर पर 10 स्वतंत्र रूप से निशाना साध सकने वाली युद्धक सामग्री को ले जा सकती है, “जिसका अर्थ है कि एक ही मिसाइल एक ही समय में 10 अलग-अलग स्थानों को निशाना बना सकती है.” यह मिसाइल “दुश्मन के सैन्य ठिकानों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों” को निशाना बना सकती है और हमलों के क्रम को समायोजित कर सकती है.

उन्होंने कहा, “इसका अस्तित्व हमारी परमाणु निवारक रणनीति को मजबूत करता है, तथा सबसे कठिन युद्ध परिस्थितियों में भी प्रभावी जवाबी हमले सुनिश्चित करता है.” पीएलए रॉकेट फोर्स ने अपनी नयी डीएफ-26डी मिसाइल का प्रदर्शन किया, जो डीएफ-26 मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का एक संस्करण है. यह परमाणु और पारंपरिक दोनों तरह के हथियार ले जा सकती है और कथित तौर पर इसकी मारक क्षमता 5,000 किलोमीटर तक है.

इसके अलावा, चीन ने इस परेड में पहली बार सक्रिय ड्यूटी पर तैनात अपने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों का भी अनावरण किया. सभी पांचों मॉडल पीएलए वायु सेना के जे-20, जे-20ए, जे-20एस और जे-35ए, और साथ ही पीएलए नौसेना के जे-35 ने कई तीर के आकार के समूहों में उड़ान भरी. सरकारी अखबार ‘चाइना डेली’ की खबर के अनुसार, यह दुनिया में पहली बार है कि अत्याधुनिक स्टील्थ लड़ाकू विमानों के पांच मॉडल एक ही परेड में प्रर्दिशत हुए हैं.

खबर में कहा गया है कि इस परेड में दुनिया के पहले और एकमात्र दोहरी सीट स्टील्थ जेट मॉडल जे-20एस, जे-20 बेसलाइन कॉन्फ.गिरेशन का उन्नत एक-सीट संस्करण जे-20ए और नौसेना में पहला रडार-रोधी लड़ाकू विमान जे-35 का भी पहला सार्वजनिक प्रदर्शन हुआ. यह चीन के परमाणु शस्त्रागार में पहले की कमी को पूरा करता है, क्योंकि चीनी सेना के पास इस्तेमाल करने योग्य वायु-आधारित परमाणु हथियार का अभाव था.

आधिकारिक मीडिया की खबरों के अनुसार, इन सामरिक मिसाइलों के अलावा, परेड में वाहन से दागी जाने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल सीजे-1000, जहाज से दागी जाने वाली क्रूज मिसाइल वाईजे-18सी और हवा में ही दागी जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल वाईजे-21 का प्रदर्शन किया गया.

खबरों के अनुसार, चार नए प्रकार की हाइपरसोनिक स्ट्राइक मिसाइलें वाईजे-15, वाईजे-17, वाईजे-19 और वाईजे-20 भी प्रर्दिशत की गईं, जो शत्रु जहाजों और जमीनी लक्ष्यों पर लंबी दूरी से सटीक हमले करने की नौसेना की क्षमता को उजागर करती हैं. पीएलए ने अपने बहु-स्तरीय वायु और मिसाइल रक्षा नेटवर्क का भी प्रदर्शन किया. पीएलए वायु सेना परेड में छह प्रकार की उन्नत प्रणालियां लेकर आई.

इस अवसर पर एचक्यू-20 और एचक्यू-22ए विमान-रोधी मिसाइल प्रणालियों और एचक्यू-29 बा’-वायुमंडलीय मिसाइल अवरोधन प्रणाली का सार्वजनिक अनावरण किया गया. चीन ने चौथी पीढ़ी के अपने मुख्य युद्धक टैंक का पहला मॉडल भी प्रर्दिशत किया, जिसमें उन्नत रडार, सक्रिय सुरक्षा प्रणाली और संर्विधत तकनीक शामिल है. टाइप 99बी मुख्य युद्धक टैंक को भी प्रर्दिशत किया गया. यह चीन के तीसरी पीढ़ी के टैंकों का नवीनतम संस्करण है, जिसे तिब्बत में संचालित होने वाला सबसे हल्का टैंक बताया गया है.

खबरों के अनुसार 99ए संस्करण का वज.न 55 टन है और इसमें 125 मिमी कैलिबर की तोपें लगी हैं. इसमें सक्रिय सुरक्षा प्रणालियां भी हैं, जिनमें एक रक्षात्मक लेज.र भी शामिल है जो ज.मीनी वाहनों और हेलीकॉप्टर दोनों को निशाना बनाता है. टाइप 99ए का इस्तेमाल भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास तिब्बती पठार जैसे उच्च-ऊंचाई वाले इलाकों में सैन्य अभ्यासों में किया गया है. संभावित खतरों का पता लगाने के लिए इस टैंक के चारों ओर कई कैमरे और सेंसर भी लगे हैं. खबरों के अनुसार, एचक्यू-20 और एचक्यू-22ए एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और एचक्यू-29 एक्सोएटमॉस्फेरिक मिसाइल इंटरसेप्शन सिस्टम को भी सार्वजनिक किया गया.
सैन्य साजो सामान के विश्लेषक और सेवानिवृत्त पीएलए अधिकारी झांग ज.ुएफ.ेंग के अनुसार, तीनों मिसाइल प्रणालियां मुख्य रूप से पारंपरिक खतरों से निपटने के लिए तैयार की गई हैं और ये फिक्स्ड-विंग विमानों, ड्रोन, क्रूज. मिसाइलों तथा छोटी और मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को भी प्रभावी ढंग से रोक सकती हैं. इसके अलावा, पानी के नीचे संचालित होने वाले ड्रोन और लंबी दूरी के बमवर्षक विमान का आधुनिक नौसैन्य संस्करण नया एच-6जे भी प्रर्दिशत किया गया. पीएलए ने नए प्रकार के कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से लैस ड्रोन भी प्रर्दिशत किए.

चीन का कायाकल्प ‘निर्बाध जारी’ है : शी चिनफिंग
चीन में बुधवार को आयोजित सैन्य परेड में हाइपरसोनिक, लेजर और लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों सहित कुछ अत्याधुनिक साजो सामान का पहली बार प्रदर्शन किए जाने के साथ राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि उनके देश का कायाकल्प ”निर्बाध जारी” रहेगा.

द्वितीय विश्व युद्ध में जापानी आक्रमण के विरुद्ध चीन की जीत की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित एक भव्य परेड को संबोधित करते हुए शी ने कहा, “चीन कभी भी किसी भी धौंस से नहीं डरता और हमेशा आगे बढ़ता रहता है.” उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ (शुल्क) धमकियों के संदर्भ में परोक्ष रूप यह बात कही. शी ने कहा, “इतिहास हमें सचेत करता है कि मानवता एक साथ उठती और गिरती है.” शी ने जन मुक्ति सेना (पीएलए) से राष्ट्रीय पुनरुद्धार के लिए रणनीतिक सहयोग प्रदान करने तथा विश्व शांति एवं विकास में अधिक योगदान देने का आ”ान किया.

शी ने कहा कि यह जीत सत्तारूढ़ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के नेतृत्व में जापानी आक्रमण के खिलाफ एक राष्ट्रीय संयुक्त मोर्चे के तहत हासिल की गयी थी. उन्होंने कहा कि चीनी लोगों ने युद्ध में अपार बलिदान देकर मानव सभ्यता के उद्धार और विश्व शांति की रक्षा में एक बड़ा योगदान दिया था.

पुतिन और किम की मौजूदगी में उन्होंने कहा, ”जब दुनिया भर के देश एक-दूसरे के साथ बराबरी का व्यवहार करेंगे, सद्भाव से रहेंगे और एक-दूसरे का सहयोग करेंगे, तभी साझा सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है, युद्ध के मूल कारण को खत्म किया जा सकता है और ऐतिहासिक त्रासदियों को दोबारा होने से रोका जा सकता है.” शी ने कहा, ”आज मानवता को फिर से शांति या युद्ध, संवाद या टकराव, तथा लाभ या नुकसान के बीच चुनाव करना पड़ रहा है.”

Happy
Happy
0 %
Sad
Sad
0 %
Excited
Excited
0 %
Sleepy
Sleepy
0 %
Angry
Angry
0 %
Surprise
Surprise
0 %
Next Post

बंद पर तेजस्वी का तंज, कहा- सत्ता में रहकर भी राजग कर रहा ''गैर जिम्मेदाराना राजनीति''

पटना. राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बुधवार को कहा कि भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) कांग्रेस की ”मतदाता अधिकार यात्रा” के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दिवंगत मां के बारे में की गई कथित अभद्र टिप्पणी के विरोध […]

You May Like