बेंगलुरु. कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने पांच सितंबर को यहां अंतरराष्ट्रीय मिलाद-उन-नबी सम्मेलन का आयोजन करने जा रही ‘ज्वाइंट मिलाद कमेटी’ को बुधवार को याद दिलाया कि भारत में धार्मिक आयोजनों में विदेशियों के भाग लेने या उपदेश देने पर प्रतिबंध है. आयोजकों के अनुसार यहां पैलेस ग्राउंड में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में हजारों लोगों के शामिल होने की संभावना है.
आयोजकों ने यमन के सूफी संत हबीब उमर बिन हफीज और भारत के ग्रैंड मुफ्ती शेख अबू बकर अहमद मुसलियार को भी आमंत्रित किया है. मंत्री ने कहा कि कानून का पालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस कार्यक्रम की निगरानी करेगी. परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”हमने (पुलिस ने) कार्यक्रम आयोजित करने वाले आयोजकों को सूचित किया है कि भारतीय कानूनों के तहत विदेशियों के लिए धार्मिक आयोजनों में उपदेश देने या भाग लेने की कोई गुंजाइश नहीं है….” उन्होंने कहा कि हो सकता है कि विदेशी धार्मिक विद्वानों को आमंत्रित किया गया हो, लेकिन पुलिस ने आयोजकों को नियमों के उल्लंघन से बचने के लिए उन्हें आमंत्रित न करने का निर्देश दिया है. मंत्री ने कहा कि विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) इस आयोजन पर नजर रखेगा. यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस निगरानी रखेगी, परमेश्वर ने कहा कि ‘बिल्कुल रखेगी.’


