दुबई. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को पाकिस्तान की उस मांग को खारिज कर दिया जिसमें उसने एशिया कप के लिए अधिकारियों के पैनल से मैच रैफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने को कहा था. हालांकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कथित तौर पर टूर्नामेंट से हटने की धमकी दी है लेकिन इससे देश को भारी वित्तीय नुकसान होगा. पीसीबी ने आईसीसी को शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि पाइक्रॉफ्ट ने रविवार को एशिया कप मैच में टॉस के समय पाकिस्तानी कप्तान सलमान अली आगा से भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव से हाथ नहीं मिलाने के लिए कहा था.
आईसीसी के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ”कल देर रात आईसीसी ने पीसीबी को जवाब भेजा था कि पाइक्रॉफ्ट को नहीं हटाया जाएगा और उनकी याचिका खारिज कर दी गई है.” जिंबाब्वे के 69 वर्षीय पाइक्रॉफ्ट बुधवार को यूएई के खिलाफ पाकिस्तान के ग्रुप चरण के अंतिम मैच में रैफरी होंगे. पाकिस्तान ने मंगलवार को यहां मैच से पहले होने वाली प्रेस कांफ्रेंस रद्द कर दी. टीम सूत्रों ने बताया कि ऐसा मैच से हटने की धमकी पर सवालों से बचने के लिए किया गया.
पाकिस्तानी टीम के मैनेजर नावेद चीमा ने भी एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) में शिकायत दर्ज कराई थी. इसमें आरोप लगाया गया था कि पाइक्रॉफ्ट के जोर देने पर ही रविवार को दोनों कप्तानों के बीच टीम की जानकारी का आदान-प्रदान नहीं किया गया जैसा कि आमतौर पर होता है.
भारत की सात विकेट से जीत के बाद सूर्यकुमार और उनकी टीम ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए पाकिस्तान के खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था. टूर्नामेंट से हटने का फैसला पाकिस्तान के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि ऐसा करने पर उसे एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के राजस्व से 10 लाख 60 हजार डॉलर तक का नुकसान हो सकता है.
पीसीबी में चल रहे घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने पीटीआई को बताया, ”क्या पाकिस्तान वित्त वर्ष में 22 करोड़ 70 लाख डॉलर के प्रस्तावित बजट में से लगभग एक करोड़ 60 लाख डॉलर गंवाने का जोखिम ले सकता है? इसका मतलब होगा कि पीसीबी के वार्षिक राजस्व का लगभग सात प्रतिशत चला जाएगा. ” एसीसी के प्रमुख के रूप में नकवी को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा और आधिकारिक प्रसारक की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा जो सहमत शुल्क का भुगतान करने से इनकार कर सकता है.
पाइक्रॉफ्ट आईसीसी एलीट पैनल के सबसे सीनियर मैच रैफरी में से एक हैं जिन्होंने 695 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों (पुरुष और महिला वर्ग के तीनों प्रारूप में) में अधिकारी की भूमिका निभाई है. विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि यह स्थिति पीसीबी के क्रिकेट परिचालन निदेशक उस्मान वाल्हा की वजह से पैदा हुई जिन्होंने अपने कप्तान को टूर्नामेंट के दौरान लागू होने वाले नियमों के बारे में जानकारी नहीं दी.
पता चला है कि पीसीबी के नाराज प्रमुख मोहसिन नकवी ने राष्ट्रीय क्रिकेट टीम और उसके कप्तान को हुई र्शिमंदगी के लिए सोमवार को वाल्हा को बर्खास्त करने का आदेश दिया. नकवी एसीसी के मौजूदा अध्यक्ष भी हैं. विश्वस्त सूत्रों के अनुसार यह वाल्हा की जिम्मेदारी थी कि वह सलमान को ‘हाथ नहीं मिलाने’ की नीति के बारे में सूचित करें लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और पाकिस्तानी कप्तान को इसकी कोई जानकारी नहीं थी.
पीसीबी के एक सूत्र ने कहा, ”वाल्हा को टॉस के समय ही बयान जारी कर देना चाहिए था जब दोनों कप्तानों ने हाथ नहीं मिलाया था. नकवी जाहिर तौर पर गुस्से में थे क्योंकि उन्होंने इस मामले को अच्छी तरह नहीं संभाला.” पीसीबी चाहता था कि पाइक्रॉफ्ट को पूरे टूर्नामेंट से हटा दिया जाए लेकिन अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत के जय शाह की अध्यक्षता वाली आईसीसी द्वारा उनकी मांग को सिरे से खारिज करने के बाद वे खेलना जारी रखते हैं या नहीं.
समझा जाता है कि पीसीबी एक सम्मानजनक समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है जिसके तहत वह चाहता है कि पाइक्रॉफ्ट उनके मैचों में मैच रैफरी की भूमिका नहीं निभाएं. पीसीबी ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि बुधवार को यूएई के खिलाफ मैच में रिची रिचर्डसन रैफरी की भूमिका निभाए लेकिन ऐसा होगा या नहीं यह बड़ा सवाल है.


