रांची. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता दीपक प्रकाश ने मंगलवार को दावा किया कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (एनसीएसटी) ने सूर्या हांसदा की पिछले महीने कथित मुठभेड़ में हुई मौत की सीबीआई जांच की सिफारिश की है. उन्होंने सूर्या को एक सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता बताया. राज्यसभा सदस्य प्रकाश ने कहा कि जब तक हांसदा को न्याय नहीं मिल जाता तब तक भाजपा विधानसभा के अंदर और बाहर अपना आंदोलन जारी रखेगी. झारखंड का विपक्षी दल हांसदा की मौत की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग कर रहा है. कई आपराधिक मामलों में वांछित हांसदा ने कई विधानसभा चुनाव लड़ा था.
प्रकाश ने कहा कि उन्होंने हांसदा की मौत की जांच के लिए 16 अगस्त को एनसीएसटी में आवेदन दिया था. उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”आयोग ने 12 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की.” प्रकाश ने आरोप लगाया कि सीआईडी ??जांच मामले को नहीं सुलझा पाएगी और यह केवल घटना पर पर्दा डालेगी. उन्होंने कहा, ”इसलिए, हमने सरकार से मामले की सीबीआई जांच की सिफ.ारिश करने और हांसदा के परिवार को सुरक्षा दिए जाने का आग्रह किया था.”
भाजपा नेता प्रकाश ने कहा, ”सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की मुठभेड़ में हुई मौत फर्जी है. यह मुठभेड़ नहीं, बल्कि पत्थर माफिया और बिचौलियों के इशारे पर राज्य पुलिस द्वारा की गई हत्या थी. एनसीएसटी की जांच रिपोर्ट स्पष्ट रूप से स्थापित करती है कि हांसदा की हत्या की गई थी.” पुलिस के अनुसार, हांसदा को 10 अगस्त को देवघर के नवाडीह गांव से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस के अनुसार, हांसदा ने एक पुलिसकर्मी से कथित तौर पर हथियार छीन लिया था और भागने की कोशिश करते हुए उन पर गोली चलायी थी और पुलिसर्किमयों द्वारा जवाबी गोलीबारी में हांसदा की मृत्यु हो गई.


