नयी दिल्ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि अब समय आ गया है कि विदेशों में बैठकर भारत में मादक पदार्थों का कारोबार करने वालों को कानून के दायरे में लाया जाए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नरेन्द्र मोदी सरकार देश से सभी प्रकार के मादक पदार्थों का सफाया करने के लिए प्रतिबद्ध है.
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मादक पदार्थ रोधी कार्य बल (एएनटीएफ) प्रमुखों के दूसरे राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि पान की दुकानों या खोखों में मादक पदार्थ की पुड़िया (छोटे पैकेट) बेचकर तस्करी करने वाले मादक पदार्थ से जुड़े गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.
शाह ने कहा कि मादक पदार्थ के खिलाफ लड़ाई में त्रिकोणीय रणनीति अपनानी होगी. उन्होंने कहा, ”मादक पदार्थ की आपूर्ति शृंखला के प्रति हमें एक निर्मम दृष्टिकोण, मांग में कमी के लिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण और नुकसान कम करने के लिए एक मानवीय दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. एएनटीएफ को इन तीनों दृष्टिकोणों के साथ आगे बढ़ना चाहिए.” स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा आयोजित यह दो दिवसीय सम्मेलन मंगलवार को यहां शुरू हुआ.
गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 तक भारत को एक पूर्ण विकसित और महान राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इस सपने को साकार करने के लिए देश को पूरी तरह सुरक्षित होना होगा. शाह ने कहा, ”मोदी सरकार देश से मादक पदार्थों के खतरे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है.” उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी ने 2047 तक एक ऐसे भारत के निर्माण का दृष्टिकोण रखा है जो हर पहलू में दुनिया का नंबर एक और पूर्ण विकसित देश होगा – एक ऐसा सुरक्षित राष्ट्र जिसे कोई भी भेद न सके. इसके लिए, हमारे युवा सबसे बड़ी उम्मीद हैं, और अगर वे दृढ़ निश्चयी हों, तो कुछ भी असंभव नहीं है, क्योंकि वे किसी भी राष्ट्र की नींव होते हैं.”
शाह ने कहा कि दुनिया के कुछ हिस्सों में, लोगों ने राष्ट्र के विकास और नशीले पदार्थों के दुरुपयोग की चुनौती के बीच संबंध देखा है. उन्होंने कहा, ”दुर्भाग्य से, जिन दो क्षेत्रों से दुनिया भर में मादक पदार्थों की आपूर्ति होती है, वे हमारे बहुत करीब हैं. इसलिए यही समय है कि हम इसके खिलाफ मजबूती से लड़ें.” शाह ने कहा कि अब समय आ गया है कि उन लोगों को कानून के दायरे में लाया जाए जो विदेश में बैठकर देश में नशे का कारोबार चलाते हैं.
उन्होंने कहा, ”सीबीआई ने इसके लिए बहुत अच्छा काम किया है. मैं एएनटीएफ के सभी प्रमुखों से अपील करता हूं कि वे सीबीआई की मदद से यहां भगोड़ों के प्रत्यर्पण की व्यवस्था करें. इससे न केवल मादक पदार्थ गिरोहों, बल्कि आतंकवादी गिरोहों को भी ध्वस्त करने में मदद मिलेगी.” गृह मंत्री ने कहा कि नशीले पदार्थों के खुदरा व्यापार में शामिल लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा, ”देश के सभी प्रवेश बिंदुओं पर सक्रिय गिरोह, प्रवेश बिंदुओं से राज्यों तक वितरण करने वाले गिरोह और पान की दुकानों या खोखे पर नशीले पदार्थों की पुड़िया की बिक्री करने वाले गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है.”
शाह ने कहा , ”इन तीन प्रकार के गिरोहों को करारा झटका देने का समय आ गया है. मेरा मानना ??है कि यह तभी संभव है जब मादक पदार्थों के खिलाफ काम करने वाले अधिकारी इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला करें.” उन्होंने कहा कि पिछली संप्रग सरकार के कार्यकाल में 40,000 करोड़ रुपये मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए गए थे, जबकि राजग सरकार के तहत पिछले 10 वर्षों में 1,65,000 करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं, जो एक बहुत ही महत्वपूर्ण उपलब्धि है.
शाह ने देश के विभिन्न हिस्सों में जब्त 4,794 करोड़ रुपये मूल्य के 1.37 लाख किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट करने की प्रक्रिया भी शुरू की. सोमवार को, शाह ने कहा था कि मोदी सरकार सभी एएनटीएफ (मादक पदार्थ रोधी कार्य बल) को एकजुट करके मादक पदार्थों के खतरे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने एनसीबी की वार्षिक रिपोर्ट 2024 भी जारी की.


