गढ़चिरौली. महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में बुधवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में एक महिला नक्सली कमांडर एवं (नक्सलियों की) एक क्षेत्रीय समिति की सदस्य मारी गईं जिनके सिर पर 14 लाख रुपये का इनाम था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मृत नक्सलियों की पहचान गट्टा एलओएस की ‘कमांडर’ सुमित्रा उर्फ सुनीता वेलादी (38) और एसीएम के रूप में कार्यरत ललिता उर्फ लाडो कोरसा (34) के रूप में हुई है.
अधिकारियों का कहना है कि वेलादी के सिर पर आठ लाख रुपये का इनाम था एवं उसके विरूद्ध मुठभेड़ के 14 एवं हत्या के 12 मामलों समेत 31 मामले लंबित थे. गढ़चिरौली पुलिस ने एक बयान में कहा कि कोरसा छत्तीसगढ़ की निवासी थी एवं उसके सिर पर छह लाख रुपये का इनाम था. उसके विरूद्ध 14 मामले दर्ज थे जिनमें मुठभेड़ एवं हत्या के मामले भी थे.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुबह पक्की खबर मिली थी कि माओवादियों के गट्टा एलओएस (स्थानीय संगठन दस्ता) के कुछ सदस्य एटापल्ली तालुका के मोदास्के गांव से सटे जंगल में डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने बताया कि गढ़चिरौली पुलिस के विशेष नक्सल-विरोधी कमांडो दस्ते सी-60 की पांच इकाइयों के साथ पुलिस ने अहेरी से तत्काल एक अभियान शुरू किया.
वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने बाहरी घेरा बनाने में इस अभियान दल की मदद की.
उन्होंने बताया कि जब सी-60 की टुकड़ी जंगल में तलाशी अभियान चला रही थी, तभी माओवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसका सुरक्षार्किमयों ने जवाब दिया. अधिकारी ने बताया कि तब नक्सली घने जंगल में भागने को मजबूर हो गये तथा बाद में तलाशी के दौरान दो महिला नक्सलियों के शव बरामद किए गए.
उन्होंने बताया कि दो महिला नक्सलियों के पास से एक स्वचालित एके-47 राइफल, एक अत्याधुनिक पिस्तौल, गोला-बारूद और अन्य चीजें बरामद की गयीं. पुलिस ने कहा कि गढ़चिरौली में 2021 से अब तक 93 कट्टर माओवादियों को मार गिराया गया है, जबकि 130 अन्य को गिरफ्तार किया गया है और 75 ने आत्मसमर्पण किया है.


