त्रिशूर. केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी बुधवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों के साथ बातचीत के दौरान एक बुजुर्ग महिला के प्रति कथित तौर पर असंवेदनशील रुख अपनाने को लेकर फिर विवादों में घिर गए हैं. गोपी की पहले एक वृद्ध व्यक्ति द्वारा मकान बनाने के लिए सहायता मांगने संबंधी आवेदन को अस्वीकार करने के कारण व्यापक आलोचना हुई थी, तथा बाद में मंत्री ने इसे उचित ठहराते हुए कहा था कि उन्होंने कभी ऐसा वादा नहीं किया जिसे पूरा न किया जा सके.
बुधवार को आनंदवल्ली नामक एक बुजुर्ग महिला ने उनसे पूछा कि क्या वह करुवन्नूर सेवा सहकारी बैंक में जमा किये गये उनके पैसे वापस दिलाने में उनकी मदद कर सकते हैं. इस बैंक का नाम एक घोटाले में सामने आया था. इस मामले में कई लोगों ने बैंक में अपनी जमा राशि खो दी और इसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही है. महिला की अर्जी पर गोपी ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि उन्हें ईडी से धन प्राप्त करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री से संपर्क करना चाहिए. ईडी ने घोटाले में शामिल कई लोगों की संपत्ति जब्त कर ली है.
उन्होंने महिला से कहा, ”आपको ज्यादा नहीं बोलना चाहिए. यहां अपने विधायक या मंत्री से पूछिये या मुख्यमंत्री से संपर्क कीजिए.” सोशल मीडिया पर सामने आये वीडियो में जब महिला ने कहा कि वह नहीं जानती कि मुख्यमंत्री से कैसे संपर्क किया जाए तो गोपी ने कहा, ”और फिर आपने मुझ पर दोष मढ़ दिया.” महिला ने जब कहा कि वह (गोपी) हमारे भी मंत्री हैं, तो गोपी ने जवाब दिया कि वह देश के मंत्री हैं.
केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आनंदवल्ली ने बृहस्पतिवार को संवाददाताओं से कहा कि उन्हें केंद्रीय मंत्री से ऐसी भाषा की उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा, ”मैंने उन्हें फिल्मों में देखा था और उनसे एक अच्छी बातचीत की उम्मीद थी. वह बस इतना कह सकते थे कि मेरे अनुरोध पर विचार किया जायेगा.” उन्होंने यह भी कहा कि सुरेश गोपी ने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान वादा किया था कि करुवन्नूर बैंक के सभी जमाकर्ताओं को उनका पैसा वापस मिल जायेगा.


