पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में अशांति फैली हुई है। क्षेत्र के प्रमुख जिलों में हिंसक विरोध और विशाल प्रदर्शन हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर अवामी एक्शन कमेटी द्वारा लामबंद रावलकोट और मीरपुर के प्रदर्शनकारी कोटली के ददयाल पहुँच गए। हालांकि सुरक्षा बलों ने उनका रास्ता रोकने की भरपूर कोशिश की। मुजफ्फराबाद के लाल चौक पर पुलिस की गोलियों से दो प्रदर्शनकारियों की मौत और कई के घायल होने के बाद तनाव चरम पर पहुँच गया। प्रदर्शनकारियों ने मोबाइल सेवाओं की बहाली की मांग करते हुए और संचार टावरों को हटाने की धमकी देते हुए अपना मार्च जारी रखा। रावलकोट में भी बड़ी सभाओं में स्थानीय संसाधनों के शोषण और राजनीतिक दमन पर गुस्सा व्यक्त किया गया। बाग में हुई झड़पों के बाद स्थानीय लोगों ने कई पुलिस कर्मियों को पकड़ लिया। जम्मू-कश्मीर अवामी एक्शन कमेटी ने चुनाव सुधारों और अभिजात वर्ग के विशेषाधिकारों को खत्म करने सहित 38 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सामने रखा है। शहरों में प्रवेश करने वाले सुरक्षा कर्मियों की गाडियों पर कड़ी कार्रवाई की आशंका जताई जा रही है।
पाकिस्तानी कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में अशांति फैली हुई है। क्षेत्र के प्रमुख जिलों में हिंसक विरोध और विशाल प्रदर्शन हो रहे हैं
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