हिसार. हरियाणा में हिसार की एक अदालत ने जासूसी के संदेह में मई में गिरफ्तार यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की न्यायिक हिरासत मंगलवार को 10 सितंबर तक बढ़ा दी. ज्योति के वकील कुमार मुकेश ने बताया कि मल्होत्रा को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट सुनील कुमार के समक्ष पेश किया गया, जिसके बाद अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत 10 सितंबर तक बढ़ा दी.इससे पहले, 25 अगस्त को यूट्यूबर की हिरासत दो सितंबर तक बढ़ाई गई थी.
हिसार की रहने वाली ज्योति मल्होत्रा ‘ट्रेवल विद जेओ’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाती थी. उन्हें 16 मई को हिसार पुलिस ने न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. उनके वकील ने पिछली सुनवाई के वक्त बताया था कि आरोप-पत्र की प्रति सौंपते समय पुलिस ने अदालत से अनुरोध किया कि इस दस्तावेज का कुछ हिस्सा गोपनीय और संवेदनशील है, इसलिए आरोपी को उपलब्ध न कराया जाए. पुलिस ने इस मामले में करीब 2,500 पन्नों के आरोप-पत्र दाखिल किये हैं.
वकील मुकेश ने अदालत में मल्होत्रा की ‘डिफॉल्ट’ (वैधानिक) जमानत की अर्जी भी दाखिल की है, जिसमें दावा किया गया है कि 90 दिनों की निर्धारित अवधि में पुलिस ने पूरा आरोप-पत्र दाखिल नहीं किया है और जांच अब भी अधूरी है. मल्होत्रा के खिलाफ आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. अदालत ने नौ जून को उनकी नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी थी. उस समय पुलिस ने अदालत में कहा था कि मामले की जांच अभी जारी है.
हिसार पुलिस का कहना है कि अब तक यह साबित करने वाला कोई साक्ष्य नहीं मिला है कि मल्होत्रा के पास कोई सैन्य या रक्षा से जुड़ी जानकारी थी, लेकिन उन्होंने यह स्वीकार किया है कि वह कुछ लोगों के संपर्क में थीं और जानती थीं कि वे लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंट हैं.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मल्होत्रा नवंबर 2023 से एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थीं, जो दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत था. भारत ने 13 मई को दानिश को जासूसी में लिप्त होने के आरोप में देश से निष्कासित कर दिया था.
पुलिस ने मई में दावा किया था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी मल्होत्रा को एक ”सूचना स्रोत” के रूप में विकसित कर रही थी.


