भुवनेश्वर. ओडिशा की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) ने सोमवार को घोषणा की कि उसके सांसद उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहेंगे. पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता वाली पार्टी ने कहा कि उसने राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा-नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और कांग्रेस-नीत ‘इंडिया’ गठबंधन से “समान दूरी बनाए रखने” की अपनी नीति के तहत यह निर्णय लिया है.
बीजद सांसद सस्मित पात्रा ने यहां संवाददाताओं को बताया, ”बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने फैसला किया है कि पार्टी के सांसद उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से दूर रहेंगे. उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) के सदस्यों और सांसदों से परामर्श के बाद यह फैसला लिया.” पात्रा ने कहा कि बीजद, राजग और ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) दोनों से समान दूरी बनाए रखता है.
पात्रा ने कहा, ”हमारा पूरा ध्यान राज्य और उसके 4.5 करोड़ लोगों के विकास पर है.” उपराष्ट्रपति चुनाव संसद भवन में होगा. इसमें सत्तारूढ़ राजग उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन और संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी के बीच सीधा मुकाबला है. संसद के दोनों सदनों के सदस्य मंगलवार को पूर्वाह्न 10 बजे से शाम पांच बजे के बीच अपने मत डालेंगे. इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस और भाजपा दोनों ने कहा कि बीजद का निर्णय अप्रत्यक्ष रूप से उपराष्ट्रपति पद के लिए राजग के उम्मीदवार की मदद करेगा.
बीजद के निर्णय का स्वागत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम ने कहा, “बीजद सांसदों को मतदान से दूर रखने का निर्णय लेकर नवीन बाबू ने परोक्ष रूप से राजग उम्मीदवार का समर्थन किया है.” उन्होंने कहा, “उन्होंने हमारे उम्मीदवार का विरोध नहीं किया है.” ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने कहा, “मतदान से दूर रहने का मतलब भाजपा का समर्थन करना है… यह बीजद के लिए यह साबित करने का अवसर था कि वह भगवा खेमे के विरोध में है.” बीजद सांसदों ने 2012 में भी उपराष्ट्रपति चुनाव में मतदान से परहेज किया था.
बीजद राधाकृष्णन के विरोध में मतदान कर साबित करे कि वह भाजपा के खिलाफ है: कांग्रेस
ओडिशा की कांग्रेस इकाई ने सोमवार को कहा कि बीजू जनता दल (बीजद) के प्रमुख नवीन पटनायक को उप राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन के खिलाफ अपने सांसदों से मतदान करवाकर यह साबित करना चाहिए कि उनकी पार्टी वास्तव में भाजपा के खिलाफ है.
बीजद ने इस चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है. उप राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मतदान मंगलवार को होगा. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भक्त चरण दास ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि पटनायक के पास यह स्पष्ट करने सही मौका है कि बीजद ओडिशा में असली विपक्ष है. उनका कहना था कि बीजद के उप राष्ट्रपति चुनाव से दूर रहने से भाजपा को मदद मिलेगी. दास ने राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पारित होने के दौरान बीजद के रुख में बदलाव का भी उल्लेख किया.
उन्होंने कहा कि शुरुआत में पटनायक की पार्टी ने इस विधेयक का विरोध करने का फैसला किया था, लेकिन राज्यसभा में पेश किए जाने से कुछ समय पहले बीजद ने अचानक अपना रुख बदल दिया तथा अपने सांसदों को अपने विवेक के अनुसार मतदान करने की अनुमति दे दी. दास ने कहा, ”पटनायक कांग्रेस और भाजपा दोनों से समान दूरी बनाए रखने का दावा करते हैं, लेकिन वह विधानसभा या अन्य सार्वजनिक मंचों पर ऐसा नहीं कर रहे हैं.”


