ग्वांगजू. भारत की स्वर्ण पदक विजेता कंपाउंड टीम के सदस्य ऋषभ यादव, अमन सैनी और प्रथमेश फुगे विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप के पुरूष कंपाउंड व्यक्तिगत क्वार्टर फाइनल में हारकर बाहर हो गए . इस हार के मायने हैं कि भारत विश्व चैम्पियनशिप में पुरूष कंपाउंड वर्ग का व्यक्तिगत स्वर्ण बरकरार रखने में नाकाम रहा .
ओजस देवताले र्बिलन में 2023 में विश्व चैम्पियन बने थे . इस बार ट्रायल में कड़ी प्रतिस्पर्धा के कारण वह भारतीय टीम में जगह नहीं बना सके . महिला व्यक्तिगत वर्ग के मुकाबले अभी होने हैं . तीनों ने अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए सोमवार को यहां पुरुष कंपाउंड व्यक्तिगत क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया था. इससे एक दिन पहले इन तीनों खिलाड़ियों ने देश के लिए पहला टीम स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था.
पुरुषों के कंपाउंड वर्ग में 19वीं वरीयता प्राप्त और सबसे निचली रैंकिंग वाले भारतीय क्वालीफायर फुगे दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी डेनमार्क के मथियास फुलेरटन से शूट आफ में 148-148 (10-9) से हार गए . इससे पहले उन्होंने विश्व के नंबर एक खिलाड़ी और 2013 के विश्व चैंपियन नीदरलैंड के माइक श्लोएसर को हराकर अपने करियर का सबसे बड़ा उलटफेर किया था .
भारत के 22 वर्षीय तीरंदाज ने शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने 150 में से 150 अंक जुटाए. उन्होंने सभी 15 तीरों पर 10-10 अंक हासिल किए. दोनों तीरंदाजों ने पहले तीन सेट में परफेक्ट 10 अंक बनाए. लेकिन श्लोएसर चौथे सेट में एक अंक गंवा बैठे. फुगे ने अद्भुत संयम दिखाते हुए 10-10 का अपना क्रम जारी रखते हुए मुकाबला जीत लिया था .
यादव को विश्व चैम्पियन फ्रांस के निकोलस गिरार्ड ने 146 . 145 से हराया . यादव ने रविवार को टीम स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीतने के अलावा ज्योति सुरेखा वेन्नम के साथ मिश्रित टीम में रजत पदक जीता था. उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल में एस्टोनिया के रॉबिन जाटमा को आसानी से 148-140 से हराया था. सैनी को अमेरिका के कुर्टिस ब्रॉडनेक्स ने 147 . 144 से मात दी . उन्हें प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में भी कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा, लेकिन शूट-ऑफ में उन्होंने अपना धैर्य बनाए रखा और फ्रांस के जीन फिलिप बौलच को 144-143 से हराया था .


