गुवाहाटी. देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में रविवार को 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं मिली है. अधिकारियों ने बताया कि भूकंप रविवार शाम 4.41 बजे आया और इसका केंद्र उदालगुड़.ी जिले में था. भूकंप पांच किलोमीटर की गहराई में आया.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिन में असम में थे, जहां उन्होंने 18,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की शुरुआत की.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ”भूकंप का केंद्र उदालगुड़ी के पास था. अभी तक किसी तरह का बड़ा नुकसान या जानमाल की कोई खबर नहीं है. हम स्थिति पर सक्रियता से नज.र रख रहे हैं.” असम के उदालगुड़ी, सोनितपुर, तामुलपुर, नलबाड़ी और कई अन्य जिलों के निवासियों ने भूकंप के झटके महसूस किए. गुवाहाटी में घबराए हुए लोग अपने घरों से बाहर भागते नजर आए. मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों के लोगों ने भी भूकंप के झटके महसूस किए.
अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में भी लोग दहशत में अपने घरों और दुकानों से बाहर निकलते हुए नजर आए.
राज्य आपदा प्रबंधन सचिव दानी सुलु के अनुसार, राज्य में अभी तक इमारतों को नुकसान या किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने कहा, ”स्थिति पर करीब से नजर रखी जा रही है, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं है.” पूर्वोत्तर राज्य उच्च भूकंपीय क्षेत्र में आते हैं और इस क्षेत्र में अक्सर भूकंप आते रहते हैं.
पश्चिम बंगाल से मिली एक जानकारी के अनुसार, उत्तर बंगाल के कुछ हिस्सों सिलीगुड़ी, जलपाईगुड़ी, दुआर, अलीपुरद्वार, कूचबिहार में भूकंप के झटके महसूस किए गए. सिलीगुड़ी निवासी विकास डे ने कहा, ”मैंने कुछ सेकंड के लिए धरती को हिलते हुए महसूस किया. एहतियात के तौर पर मैं अपने घर से बाहर निकल आया.” कुछ लोगों ने शंख भी बजाया. ऐसा माना जाता है कि यह प्रथा भूकंप के प्रभाव को कम करने के लिए अपनाई जाती है. एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के किसी भी हिस्से में भूकंप के कारण किसी के मारे जाने या किसी इमारत के क्षतिग्रस्त होने की कोई खबर नहीं है.


