मंगलदोई/नुमालीगढ़. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कांग्रेस पर भारतीय सेना के बजाय पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया. उन्होंने “अतिक्रमित भूमि से घुसपैठियों को बेदखल करने” के लिए असम सरकार की सराहना की.
असम के दरांग जिले के मंगलदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कांग्रेस पर घुसपैठियों और राष्ट्र-विरोधी ताकतों को संरक्षण देने का आरोप लगाया.
प्रधानमंत्री ने असम में कुल 18,350 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया, जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. गोलाघाट जिले के नुमालीगढ़ में आयोजित जनसभा में मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कच्चे तेल और गैस के आयात को कम करने के लिए कदम उठा रही है तथा जीवाश्म ईंधन के भंडारों की खोज और हरित ऊर्जा के उत्पादन पर अधिक ध्यान केंद्रित कर रही है.
अमेरिका ने रूसी तेल की खरीद के लिए भारतीय उत्पादों पर हाल ही में अतिरिक्त टैरिफ (शुल्क) लगाने की घोषणा की थी. इससे अमेरिका में भारतीय वस्तुओं के आयात पर लागू टैरिफ दर बढ़कर 50 फीसदी हो गई है. मंगलदोई में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, “कांग्रेस भारतीय सेना का समर्थन करने के बजाय पाकिस्तान में तैयार किए गए आतंकवादियों का समर्थन करती है. कांग्रेस ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने वाले हमारे सशस्त्र बलों का समर्थन करने के बजाय घुसपैठियों और राष्ट्र-विरोधी ताकतों को बचाने में लगी रही.” मोदी ने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ मां कामाख्या के आशीर्वाद की वजह से सफल हुआ और इस पावन भूमि पर आकर उन्हें गौरव महसूस हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार रात उन्हें एक वीडियो दिखाया, जिसमें कांग्रेस के एक पूर्व अध्यक्ष यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि “भाजपा गायकों और नर्तकों का सम्मान कर रही है.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता ने यह टिप्पणी 2019 में भाजपा के भूपेन हजारिका को ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किए जाने के मद्देनजर की थी.
मोदी ने दावा किया, “1962 में चीन के आक्रमण के दौरान जवाहरलाल नेहरू की ओर से असम के लोगों को दिए गए घाव अभी भरे नहीं हैं और भूपेन हजारिका का यह अपमान घाव पर नमक छिड़कने जैसा है.” उन्होंने कहा, “भूपेन दा के अपमान से मुझे दुख हुआ है, लेकिन जनता मेरी मालिक है और वह जवाब देगी कि महान गायक को ‘भारत रत्न’ से अलंकृत किए जाने का भाजपा का कदम सही था या नहीं.” प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को कांग्रेस से भी पूछना चाहिए कि उसके नेताओं ने “भूपेन हजारिका जैसे दिग्गज का अपमान” क्यों किया.
उन्होंने कहा कि भाजपा की ‘डबल इंजन’ सरकार ‘भारत रत्न’ भूपेन हजारिका जैसे असम के महान सपूतों के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है. भाजपा नेता ‘डबल इंजन’ सरकार शब्द का इस्तेमाल उन राज्यों के लिए करते हैं, जहां केंद्र में सत्तारूढ़ दल (भाजपा) की सरकार है. नुमालीगढ़ में आयोजित जनसभा में मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि असम में उग्रवाद और अशांति के लिए विपक्षी दल जिम्मेदार है.
उन्होंने दावा किया, “कांग्रेस ने असम की विरासत और दिग्गज हस्तियों की भी अनदेखी की, लेकिन भाजपा ने राज्य में विकास किया तथा उसकी विरासत को पहचान दिलाई.” मंगलदोई में मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने कई दशकों तक असम पर शासन किया, लेकिन ब्रह्मपुत्र नदी पर “केवल तीन पुल” बनाए, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले 10 वर्षों में छह ऐसे पुलों का निर्माण किया.
मोदी ने असम में “अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन से घुसपैठियों को बेदखल करने और यह सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की तारीफ की कि किसान अब इन भूखंडों पर खेती कर सकेंगे.” उन्होंने दावा किया कि जिन भूमियों पर कभी अवैध कब्जा था, वे अब किसानों और स्थानीय लोगों के हाथों से कृषि क्रांति के गवाह बन रहे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, “भाजपा घुसपैठियों को जमीन हड़पने, महिलाओं एवं लड़कियों का अपमान करने और जनसांख्यिकी बदलने की साजिश नहीं करने देगी, क्योंकि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है.” उन्होंने कहा, “असम को घुसपैठियों से बचाने के लिए ‘मुकाबला हो जाए’, जिन्हें समाज के कुछ वर्गों ने संरक्षण दिया हुआ है. मैं उन्हें चुनौती देता हूं, क्योंकि भाजपा इसकी (घुसपैठ की) अनुमति नहीं देगी.” मोदी ने कहा, “सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ के जरिये जनसांख्यिकी को बदलने की साजिशें जारी हैं और यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है. इसलिए अब एक राष्ट्रव्यापी जनसांख्यिकी मिशन शुरू किया जा रहा है.” नुमालगढ़ी में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, लेकिन अब भी देश कच्चे तेल और गैस के लिए दूसरे देशों पर निर्भर है.
उन्होंने कहा, “इसे बदलने के लिए, हमें अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना होगा. हम अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के मामले में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रहे हैं.” मोदी ने कहा कि असम की विकास दर 13 प्रतिशत है.
उन्होंने कहा, “यह ‘डबल इंजन’ वाली सरकार के प्रयासों से संभव हुआ. केंद्र और राज्य सरकार असम को स्वास्थ्य के केंद्र के रूप में विकसित कर रही हैं. ‘विकसित भारत’ के सपने को साकार करने में पूर्वोत्तर की बड़ी भूमिका है.” प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार पूर्वोत्तर में कनेक्टिविटी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिससे व्यवसायों को मदद मिली है और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं.
उन्होंने कहा, “किसी भी क्षेत्र में तीव्र विकास के लिए मजबूत कनेक्टिविटी की जरूरत होती है और हमारी सरकार पूर्वोत्तर में निर्बाध ‘मल्टीमोडल कनेक्टिविटी’ बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.” मोदी ने कहा कि 21वीं सदी के 25 साल बीत चुके हैं और इस सदी का अगला अध्याय “पूर्व और पूर्वोत्तर का है.” उन्होंने लोगों से देश के विकास और अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ‘स्वदेशी सामान’ खरीदने का आग्रह किया.
इससे पहले दिन में मोदी ने असम में कुल 18,530 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया, जिसमें मंगलदोई में 6,300 करोड़ रुपये की लागत वाली स्वास्थ्य एवं बुनियादी ढांचा परियोजनाएं और नुमालीगढ़ में 12,230 करोड़ रुपये की लागत वाली इथेनॉल संयंत्र एवं ‘पेट्रो फ्लुइडाइज्ड कैटेलिटिक क्रैकर इकाई’ जैसी परियोजनाएं शामिल हैं.


