नयी दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक कथित अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े धन शोधन मामले में अपनी जांच का दायरा बढ.ाते हुए पूर्व क्रिकेटरों रॉबिन उथप्पा और युवराज सिंह तथा अभिनेता सोनू सूद को पूछताछ के लिए तलब किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने कहा कि उथप्पा (39), युवराज सिंह (43) और सूद (52) को ‘1एक्सबेट’ नामक प्लेटफॉर्म से जुड़े एक मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत अगले सप्ताह दिल्ली में एजेंसी के मुख्यालय में जांच इकाई के सामने पेश होने और उनके बयान दर्ज कराने के लिए कहा गया है.
उन्होंने बताया कि उथप्पा को 22 सितंबर को बयान दर्ज कराने को कहा गया है, वहीं सिंह को 23 और सूद को 24 सितंबर को बुलाया गया है. संघीय जांच एजेंसी पिछले कुछ हफ्तों में पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन से पूछताछ कर चुकी है. इस मामले में सोमवार को पूर्व तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती का भी बयान दर्ज किया गया. सूत्रों ने बताया कि बांग्ला अभिनेता अंकुश हाजरा (36) इस मामले में अपने निर्धारित समन पर मंगलवार को ईडी के समक्ष पेश हुए जबकि 1एक्सबेट की भारत की ब्रांड एंबेसडर और अभिनेत्री उर्वशी रौतेला मंगलवार को अपनी निर्धारित तिथि पर अभी तक पेश नहीं हुई हैं.
यह जांच कथित अवैध सट्टेबाजी ऐप से संबंधित है, जिनके बारे में कहा गया है कि उन्होंने कई लोगों और निवेशकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया है या भारी मात्रा में कर चोरी की है. कुरासाओ में पंजीकृत कंपनी के अनुसार, 1एक्सबेट एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त सट्टेबाजी ऐप है जो इस क्षेत्र में 18 वर्षों से कार्यरत है. कंपनी के अनुसार, इस ब्रांड के ग्राहक हजारों खेल आयोजनों पर दांव लगा सकते हैं, और कंपनी की वेबसाइट और ऐप 70 भाषाओं में उपलब्ध हैं.
ईडी की जांच पर 1एक्सबेट से प्रतिक्रिया मांगने के लिए ‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा भेजे गए ईमेल का इस खबर के लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं मिला. इस जांच के सिलसिले में आने वाले दिनों में एजेंसी द्वारा और भी खिलाड़ियों, फिल्म अभिनेताओं, ऑनलाइन प्रभावशाली लोगों और मशहूर हस्तियों से पूछताछ किए जाने की उम्मीद है.
सूत्रों के अनुसार, ईडी की जांच का उद्देश्य मशहूर हस्तियों से यह जानना है कि उक्त सट्टेबाजी कंपनी ने उनसे समर्थन प्राप्त करने के लिए कैसे संपर्क किया, भारत में संपर्क के लिए नोडल व्यक्ति कौन थे, भुगतान का तरीका (हवाला या बैंकिंग चैनल के माध्यम से नकद) और भुगतान का स्थान (भारत या विदेश में) आदि. समझा जाता है कि एजेंसी क्रिकेटरों और अभिनेताओं के बयान दर्ज करते हुए उनसे पूछ रही है कि क्या उन्हें पता था कि भारत में ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग अवैध है. एजेंसी ने उनसे कंपनी के साथ किए गए उनके अनुबंधों और सभी संबंधित ईमेल और कागजी दस्तावेजों की एक प्रति भी प्रस्तुत करने को कहा है.
सूत्रों के अनुसार, एजेंसी मशहूर हस्तियों द्वारा लिए गए धन के अंतिम उपयोग की भी जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उनमें से किसी को पीएमएलए के तहत ‘अपराध की आय’ के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है. केंद्र सरकार ने हाल में एक कानून लाकर भारत में पैसे से ऑनलाइन गेमिंग पर प्रतिबंध लगा दिया है.


