श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद देश के विकास के लिए खतरा हैं तथा प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रुप से इनका साथ देने वाले तंत्र को पूरी तरह से खत्म करने से देश में शांति सुनिश्चित होगी. उपराज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय स्वास्थ्य पहल “स्वस्थ नारी सशक्त परिवार अभियान”में भाग लिया. सोलह दिवसीय यह अभियान महिलाओं, किशोरियों और बच्चों के लिए जांच, मातृ स्वास्थ्य सेवाओं, जीवनशैली परामर्श, योग और आयुष-आधारित प्रयासों को मज.बूत करेगा.
इस कार्यक्रम के साथ 8वें राष्ट्रीय पोषण माह की भी शुरुआत हुई, जो 17 सितंबर से 16 अक्टूबर तक पूरे देश में मनाया जाएगा.
प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में भारत के तीव्र आर्थिक विकास का उल्लेख करते हुए सिन्हा ने कहा कि भारत पिछली धीमी वृद्धि दर को पार कर दुनिया की सबसे तेज.ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है. उन्होंने आतंकवाद और नक्सलवाद को राष्ट्रीय विकास के लिए ख.तरा बताते हुए कहा कि विकास के लिए शांति आवश्यक है.
उन्होंने कहा,”आतंकवाद का प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रुप से साथ देने वाले तंत्र को पूरी तरह से नष्ट करके ही शांति स्थापित की जा सकती है. समाज के सभी वर्गों के लोगों को यह समझना होगा कि जो लोग आतंकवाद को वैचारिक और वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं, झूठे विमर्श गढ़ते हैं, वे शांति और विकास के लिए खतरनाक हैं.” अपने संबोधन में, उपराज्यपाल ने महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान को सर्मिपत करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया और सभी हितधारकों से समग्र सरकारी दृष्टिकोण के साथ काम करने एवं इस अभियान को एक बड़ी सफलता बनाने का आह्वान किया. सिन्हा ने कहा कि ‘विकसित भारत’ के लिए ‘विकसित जम्मू कश्मीर’ की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि यह तभी संभव है जब आर्थिक लाभ गरीबों और आम आदमी तक पहुंचे, न कि केवल मुट्ठी भर लोगों तक सीमित रहे.


