कोयंबटूर. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष वी नारायणन ने बृहस्पतिवार को यहां कहा कि गगनयान मिशन के मानवरहित परीक्षण में उड़ान भरने के लिए इसरो द्वारा डिजाइन किया गया ‘व्योममित्र’ एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) सक्षम अर्ध-मानव रोबोट होगा. यह अर्ध-मानव रोबोट गगनयान मिशन के तहत इस दिसंबर के अंत में प्रक्षेपित होने वाला पहला रोबोट होगा. तीन दिवसीय गगनयान मिशन अंतरिक्ष में मनुष्यों को 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजने और उन्हें सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर वापस लाने पर केंद्रित है.
नारायणन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ”कार्य जारी है. हमने दिसंबर के अंत तक मानवरहित अंतरिक्ष यान भेजने की योजना बनाई है.” उन्होंने कहा कि मिशन के लिए तापमान, दबाव, आर्द्रता और कार्बन डाइऑक्साइड जैसे कई मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है.
इसरो प्रमुख ने कहा, ”हमने सुरक्षा के लिए एक बचाव प्रणाली की भी योजना बनाई है.” उन्होंने कहा कि नौ पैराशूट यान के समुद्र में उतरने में मदद करेंगे. नारायणन ने कहा कि इस राष्ट्रीय परियोजना में इसरो के अलावा भारतीय वायुसेना, नौसेना, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और कई अन्य संस्थान शामिल हैं.


