भुवनेश्वर. ओडिशा सरकार ने सोमवार को कहा कि पुरी और जगतसिंहपुर के महानदी डेल्टा क्षेत्र के कुछ निचले इलाकों के जलमग्न होने की आशंका है क्योंकि यह नदी इस समय उफान पर है. राज्य के किसी भी हिस्से में बाढ़ का कोई खतरा नहीं होने का दावा करते हुए जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता चंद्रशेखर पाधी ने कहा कि कटक के पास मुनादाली में महानदी नदी में लगभग पांच लाख क्यूसेक पानी का प्रवाह डेल्टा क्षेत्र में कुछ प्रभाव डाल सकता है.
हालांकि, उन्होंने कहा कि मुंडाली में महानदी का जल स्तर धीरे-धीरे कम हो रहा है. जलस्तर रविवार को 6.26 लाख क्यूसेक था, जो सोमवार को घटकर 4.58 लाख क्यूसेक हो गया. पाधी ने कहा कि जिला अधिकारियों को महानदी नदी की वर्तमान स्थिति के बारे में सूचित कर दिया गया है. जगतसिंहपुर से मिली एक रिपोर्ट में कहा गया है कि निचले इलाकों में स्थित गांवों में बाढ़ का पानी घुसने के कारण तिर्तोल क्षेत्र के लगभग 50 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है. इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि 13 सितंबर तक ओडिशा के कई हिस्सों में गरज और बिजली के साथ भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है.
भुवनेश्वर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, ”उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण ओडिशा व उत्तरी आंध्र प्रदेश से सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण के मद्देनजर अलग-अलग तीव्रता की बारिश जारी रहेगी.” मौसम विभाग ने राज्य के उत्तरी और दक्षिणी क्षेत्रों में एक या दो स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़ने और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान जताया है.


