नोएडा/कुशीनगर. नोएडा पुलिस ने प्रलोभन और धमकी देकर एक महिला का धर्म परिवर्तन कराने के मामले में मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. पुलिस उपायुक्त (जोन द्वितीय) शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मुख्य आरोपी राजा मियां उर्फ एहसान (23), उसके पिता बिस्मिल्लाह मियां (65) और मां अनीशा बेगम (50) के रूप में हुई है.
उन्होंने बताया कि आरोपियों को न्यायालय में पेश किया जा रहा है और इस मामले में फरार दो अन्य आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं. पुलिस के अनुसार, यह कार्रवाई महिला के पति शिवम शर्मा द्वारा उच्च न्यायालय में दायर एक रिट याचिका से जुड़ी है जिसमें उन्होंने अपनी गुमशुदा पत्नी की तलाश का अनुरोध किया था. पुलिस ने बताया कि गढ़ी चौखंडी गांव निवासी शर्मा की पत्नी इसी साल मई में लापता हो गई थी, जिसे बाद में पुलिस ने चेन्नई (तमिलनाडु) से बरामद कर लिया था.
इससे पहले, थाना फेज-तीन के प्रभारी निरीक्षक ध्रुव भूषण दुबे ने बताया था, “महिला ने खुलासा किया कि गाजियाबाद के बहरामपुर गांव में किराए पर रहने वाला बिहार के सिवान जिले का मूल निवासी राजा उर्फ एहसान उसे प्रेमजाल में फंसाकर भगा ले गया था. महिला ने धर्म परिवर्तन कर एक मई 2025 को राजा से निकाह कर लिया.”
उन्होंने बताया, ”राजा, उसके पिता बिस्मिल्लाह, मां अनीशा बेगम और भाई इरशाद ने प्रलोभन और धमकी देकर महिला का धर्म परिवर्तन कराया और निकाह करवाया. निकाहनामा की छायाप्रति देखने पर यह पाया गया कि महिला के पिता का नाम फर्जी लिखा गया है. साथ ही, राजा ने अपनी मां को महिला की फूफी और अपने भाई को महिला का भाई बताया था.” थाना प्रभारी ने बताया कि इस मामले में राजा, इरशाद, बिस्मिल्लाह, अनीशा बेगम और काजी मोहम्मद अजीमुद्दीन के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता तथा उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
कुशीनगर में एक लड़के का धर्मांतरण कराकर मदरसे में पढाने के आरोप में मौलवी गिरफ्तार
कुशीनगर जिले के खड्डा क्षेत्र में एक हिंदू लड़के का धर्म बदलकर उसे मदरसे में पढ़ाने के आरोप में एक मौलवी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सूत्रों ने दर्ज रिपोर्ट के हवाले से मंगलवार को बताया कि खड्डा थाना क्षेत्र के कोहरगड्डी स्थित एक मदरसे में एक मौलवी ने हनुमानगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले विपिन नामक किशोर को प्रलोभन देकर उसका धर्मांतरण कराया और उसका नाम बदलकर नूर आलम कर दिया. एक दिन पूर्व जेल से छूट कर लौटे उसके पिता को इसकी जानकारी होने पर उन्होंने मदरसे में जमकर हंगामा किया था.
पुलिस के अनुसार जिले के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के मंसाछापर का निवासी महेंद्र कुशवाहा वर्ष 2015 में एक युवती के साथ बलात्कार करने के मामले में जेल चला गया था. उसकी पत्नी राबड़ी देवी बेटे विपिन के बीमार पड़ने पर उसे खड्डा क्षेत्र के ग्राम कोहरगड्डी स्थित एक मदरसे में मौलवी से झाड़-फूंक कराने ले गयी. झाड़-फूंक के बाद विपिन मदरसे में आने जाने लगा और मदरसे में ही पढ़ने लगा. इस दौरान मदरसे के बगल में रहने वाली एक लड़की से उसकी नजदीकी बढ़ी और वह वहीं पर रहने लगा.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक 10 साल बाद जेल से छूटने के बाद महेंद्र अपने घर पहुंचा और पत्नी से विपिन के बारे में पूछा. पत्नी ने विपिन को गोरखपुर में पढ़ाई करने की बात बताई लेकिन रविवार को महेंद्र को विपिन के गोरखपुर नहीं बल्कि कोहरगड्डी स्थित एक मदरसे में पढ़ने की बात का पता चला तो वह नाराज हो गया और उसने सोमवार को कोहरगड्डी पहुंच जमकर हंगामा किया.
सूत्रों ने बताया कि हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और महेंद्र तथा विपिन को थाने ले गई. पुलिस की जांच में मौलवी पर विपिन को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करने का मामला सामने आया. विपिन की मां राबड़ी देवी ने पुलिस से की गई शिकायत में आरोप लगाया है कि कोहरगड्डी मदरसे के प्रधानाचार्य मुजीब उर्रहमान ने उनकी आर्थिक स्थिति का लाभ उठाकर बेटे का धर्म परिवर्तन कराया और उसका नाम नूर आलम रख कर उसे मदरसे में रख लिया. शिकायत के अनुसार, बेटे को वापस मांगने पर मुजीब उर्रहमान ने धक्का-मुक्की व गाली-गलौज की तथा जान से मारने की धमकी भी दी. सूत्रों ने बताया कि इस मामले पर पुलिस ने खड्डा थाने में सोमवार आठ सितंबर को उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्त मुजीब उर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया है.


