बांग्लादेश में रविवार को खगराछारी में स्कूली छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में भड़की हिंसा में तीन लोग मारे गए। यह प्रदर्शन एक 12 वर्षीय लड़की के साथ तथाकथित दुष्कर्म के लिए न्याय की माँग कर रहे आदिवासी समुदायों द्वारा किया गया था।
स्थानीय खबरों के अनुसार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हजारों प्रदर्शनकारी पहाड़ी जिले में एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। प्रदर्शन हिंसक होने के कारण सुरक्षा बलों को गोलीबारी करनी पड़ी। इसमें जातीय समुदाय के तीन लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
चकमा सर्कल के राजा, बैरिस्टर देवाशीष रॉय ने हिंसा की निंदा की है और हमले के लिए ज़िम्मेदार लोगों को कड़ी सज़ा देने की माँग की है। अधिकार संगठनों ने भी कानून प्रवर्तन एजेंसियों से संयम बरतने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया है।
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल बांग्लादेश – टीआईबी ने रविवार को खगराछारी में व्यापक हिंसा और कथित मौतों पर कड़ी नाराजगी जताई और घटना की निंदा की है। टीआईबी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पिछले एक साल में खगराछारी जिले में सात आदिवासी महिलाओं के साथ दुष्कर्म किया गया है, फिर भी इनमें से किसी भी मामले में न्याय नहीं हुआ है। खगराछारी में तनाव के कारण अतिरिक्त बल की तैनाती की गई है।
