कोलकाता. पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सोमवार को कहा कि अगर सरकार सदन में चल रहे तीन दिवसीय विशेष सत्र के दौरान ”पात्र” शिक्षकों को स्कूल की नौकरियों में बनाये रखने के लिए सर्वदलीय प्रस्ताव पेश करती है तो भाजपा उसका समर्थन करेगी.
ये ”पात्र” शिक्षक राज्य द्वारा संचालित स्कूलों के लगभग 26,000 शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों में शामिल हैं, जिनकी नियुक्तियों को अप्रैल में उच्चतम न्यायालय ने इस आधार पर रद्द कर दिया था कि भर्ती प्रक्रिया ‘अशुद्ध और दूषित’ थी, जिसे सुधारा नहीं जा सकता.
पहले दिन के सत्र के बाद विधानसभा परिसर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए अधिकारी ने कहा कि उन्होंने भाजपा विधायक दल के मुख्य सचेतक शंकर घोष को सलाह दी है कि वे विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को पत्र लिखकर वर्तमान सत्र के निर्धारित अंतिम दिन चार सितंबर को इस मामले पर चर्चा के लिए 30 मिनट का समय देने का अनुरोध करें.
पहले दिन का सत्र दिन सर्वदलीय और कार्यमंत्रणा समिति की बैठकों के अलावा पारंपरिक श्रद्धांजलि वक्तव्य के साथ समाप्त हुआ.
भाजपा नेता अधिकारी ने कहा, ”मैं आज दिन खत्म होने से पहले व्यक्तिगत रूप से राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत को पत्र लिखूंगा और उनसे आग्रह करूंगा कि वह एक बार फिर उच्चतम न्यायालय का रुख करें, इस बार सर्वसम्मति से पारित विधानसभा प्रस्ताव के साथ. मैं शीर्ष अदालत से अनुरोध करूंगा कि वह बेदाग शिक्षकों को उनकी नौकरी बरकरार रखने की अनुमति देने पर विचार करे.”


