समरकंद. भारतीय ग्रैंडमास्टर आर वैशाली ने सोमवार को यहां 11वें और अंतिम दौर में पूर्व विश्व चैंपियन चीन की झोंगयी टैन के साथ कड़े मुकाबले में ड्रॉ खेलकर लगातार दूसरी बार फिडे ग्रैंड स्विस खिताब जीता और महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में जगह बनाई.
रूस की कैटरीना लागनो ने अजरबेजान की उल्विया फतालियेवा के साथ ड्रॉ खेलकर तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया और संभावित 11 में से आठ अंक हासिल करके वैशाली के अलावा कैंडिडेट्स के लिए क्वालीफाई करने वाली दूसरी खिलाड़ी बनीं.
वैशाली ने 2023 में आइल ऑफ मैन में भी यह टूर्नामेंट जीता था. उनकी जीत इस बात का संकेत है कि भारतीय महिला खिलाड़ी भी जल्द ही पुरुष समकक्षों की तरह सुर्खियों में छाएंगी. वैशाली ने छह बाजियां जीती जबकि एक में उन्हें हार मिली जबकि बाकी चार बाजियां ड्रॉ रहीं. वह लागनो से एक अंक आगे रहीं. इस जीत का मतलब है कि वैशाली और आर प्रज्ञानानंदा दोनों भाई-बहन विश्व चैंपियन को चुनौती देने के लिए कैंडिडेट्स में फिर से खेलेंगे. इस प्रतियोगिता में शामिल अन्य भारतीयों में से कोई भी कैंडिडेट्स में जगह नहीं बना सका.
नीदरलैंड के अनीश गिरी ओपन वर्ग में विजेता रहे, उन्होंने अमेरिका के हैंस मोके नीमन को हराया. अनीश ने भी संभावित 11 में से आठ अंक हासिल करके टूर्नामेंट का समापन किया. संभावना है कि मैथियास ब्लूबाम दूसरे स्थान पर रहकर कैंडिडेट्स में जगह बना लेंगे.
अनीश गिरी और मथायस ब्लूबाम (इस टूर्नामेंट से), अमेरिका के हिकारू नाकामुरा (रेटिंग के आधार पर), आर प्रज्ञानानंदा (अपने टूर्नामेंट र्सिकट प्रदर्शन के आधार पर) और अमेरिका के फैबियानो कारूआना कैंडिडेट्स में जगह बना लेंगे. अगले महीने गोवा में होने वाले विश्व शतरंज कप से अंतिम तीन स्थान भरे जाएंगे. कैंडिडेट्स का विजेता मौजूदा विश्व चैंपियन डी गुकेश को चुनौती देगा.
पुरुष वर्ग में भारतीयों के लिए केवल एक स्थान पक्का लगता है जबकि महिला वर्ग में तीन खिलाड़ी कैंडिडेट्स में जगह बना चुकी हैं.
दिव्या देशमुख और कोनेरू हम्पी पिछले महिला विश्व कप में क्रमश? पहले और दूसरे स्थान पर रहने के बाद पहले ही क्वालीफाई कर चुकी हैं. वैशाली के अब उनके साथ जुड़ने के साथ तीन भारतीय महिलाएं कैंडिडेट्स टूर्नामेंट जीतने की कोशिश करेंगी जिससे उन्हें विश्व महिला शतरंज खिताब जीतने का मौका मिलेगा.


