बालाघाट. मध्यप्रदेश के नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले में नक्सलियों ने पुलिस का मुखबिर होने के संदेह में 25 वर्षीय एक युवक का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी. एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बालाघाट जिले के लांजी क्षेत्र अंतर्गत चौरिया के जंगल से युवक देवेन्द्र यादव का शव बरामद किया गया है. पुलिस को एक बैनर और दो पर्चे भी मिले हैं, जिसमें लिखा है कि सरकार युवाओं को मुखबिर बनाकर बर्बाद कर रही है.
नक्सल विरोधी अभियान के वरिष्ठ अधिकारी एएसपी आदर्शकांत शुक्ला ने यादव का शव मिलने की पुष्टि की है. यादव को नक्सलियों ने 16 सितंबर की रात पुलिस का मुखबिर बताते हुए अगवा कर लिया था. तीन बहनों के इकलौते भाई को अगवा करने की जिम्मेदारी मलाजखंड एरिया कमेटी ने ली थी. घटना के बाद बालाघाट रेंज आईजी संजय कुमार ने भी युवक की हत्या की आशंका जताई थी. हालांकि उन्होंने कहा था कि जब तक शव बरामद नहीं हो जाता, वह इसकी पुष्टि नहीं कर सकते.
एक अधिकारी ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान उन्हें नक्सलियों का एक लाल बैनर और दो पर्चे मिले हैं, जिनमें लिखा गया है कि बालाघाट पुलिस भर्ती के नाम पर युवाओं को मुखबिर बना रही है. नक्सलियों ने इन र्पिचयों में आरोप लगाया कि सरकार रोजगार देने के बजाय युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रही है. नक्सलियों ने चेतावनी दी है कि जो भी पुलिस का मुखबिर बनेगा, उसकी जान की जिम्मेदारी खुद उसकी, शासन और जिले के पुलिस प्रशासन की होगी.


