नयी दिल्ली. कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि उप राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भले ही आंकड़ों के लिहाज से जीत गई है, लेकिन वास्तव में उसकी नैतिक और राजनीतिक दोनों हार हुई है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने उप राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद यह भी कहा कि विपक्ष एकजुट रहा और उसका प्रदर्शन सम्मानजनक था.
रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष एकजुट रहा. इसका प्रदर्शन निस्संदेह अत्यंत सम्मानजनक रहा है. इसके संयुक्त उम्मीदवार न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) बी. सुदर्शन रेड्डी को 40 प्रतिशत वोट मिले. 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष को 26 प्रतिशत वोट मिले थे.” उन्होंने दावा किया कि भाजपा की आंकड़ों में जीत हुई है, लेकिन वास्तव में नैतिक और राजनीतिक दोनों तरह से यह उसकी हार है.
रमेश ने कहा, ”वैचारिक लड़ाई अब भी जारी है.” इससे पहले, रमेश ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा था, ”उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गया. विपक्ष एकजुट खड़ा रहा. हमारे सभी 315 सांसदों ने मतदान किया.” उप राष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को हुए चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन विजयी घोषित किए गए.
राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 तथा विपक्ष के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए.
उम्मीद है कि राधाकृष्णन सत्तारूढ़ दल के दबाव के सामने नहीं झुकेंगे : खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने पर सी.पी. राधाकृष्णन को बधाई दी और उम्मीद जताई कि वह संसदीय परंपराओं के सर्वोच्च मूल्यों को बनाए रखेंगे, विपक्ष के लिए समान स्थान और सम्मान सुनिश्चित करेंगे तथा सत्तारूढ़ दल के दबाव के सामने नहीं झुकेंगे. उपराष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को हुए चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन विजयी घोषित किए गए. राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 तथा विपक्ष के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए.
खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करने पर सी.पी. राधाकृष्णन को शुभकामनाएं. हम विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी के प्रति उनके उत्साह और सिद्धांत के साथ किए गए संघर्ष के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं.” उन्होंने कहा, ”यह एक चुनाव से कहीं बढ़कर था. यह विचारधारा की लड़ाई थी, जिसने इस बात की पुष्टि की है कि हमारे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए सत्तावादी प्रवृत्तियों वाली सरकारों पर अंकुश लगाया जाना चाहिए.” कांग्रेस अध्यक्ष ने उम्मीद जताई कि नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति संसदीय परंपराओं के सर्वोच्च मूल्यों को बनाए रखेंगे, विपक्ष के लिए समान स्थान और सम्मान सुनिश्चित करेंगे और सत्ताधारी दल के दबाव में नहीं झुकेंगे.
उन्होंने कहा, ”वरीयता क्रम में दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद, उपराष्ट्रपति (के पद) को लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा में स्वतंत्रता, निष्पक्षता और शक्ति को प्रतिबिंबित करने के लिए पुनर्जीवित किया जाना चाहिए.” खरगे ने कहा, ”हमें यह भी याद रखना चाहिए कि यह चुनाव क्यों आवश्यक था. जगदीप धनखड़ ने मानसून सत्र की शुरुआत में अचानक पद से इस्तीफा दे दिया था. यह अस्पष्ट और अनौपचारिक रूप से हुआ.” उन्होंने कहा, ”जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, पारर्दिशता, जवाबदेही और संवैधानिक पदों के प्रति सम्मान को लेकर हमारी संस्थाओं को अक्षरश? और मूल भावना से मार्गदर्शन करना चाहिए.”
परिणाम विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं, वैचारिक संघर्ष जारी रहेगा: सुदर्शन रेड्डी
उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्ष के उम्मीदवार रहे बी. सुदर्शन रेड्डी ने अपनी हार के बाद कहा कि वह इस परिणाम को विनम्रतापूर्व स्वीकार करते हैं, लेकिन उनका वैचारिक संघर्ष आगे और भी जोरदार ढंग से जारी रहेगा. उन्होंने यह भी कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं और समर्थन के लिए विपक्ष का आभार व्यक्त किया.
रेड्डी ने एक बयान में कहा, ”आज, सांसदों ने भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में अपना फैसला सुना दिया है. मैं अपने महान गणतंत्र की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में अटूट विश्वास के साथ इस परिणाम को विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं.” उन्होंने कहा, ”यह यात्रा मेरे लिए एक बहुत सम्मान की बात रही है, जिसने मुझे उन मूल्यों के लिए खड़े होने का अवसर दिया है, जिन्होंने मेरे जीवन का मार्गदर्शन किया है. वो मूल्य संवैधानिक नैतिकता, न्याय और प्रत्येक व्यक्ति की गरिमा से जुड़े. हैं.” रेड्डी ने कहा कि परिणाम उनके पक्ष में नहीं है, ”फिर भी जिस व्यापक उद्देश्य को हम सामूहिक रूप से आगे बढ.ाना चाहते हैं, वह कम नहीं हुआ है.” उन्होंने कहा कि वैचारिक संघर्ष और भी ज.ोरदार तरीके से जारी रहेगा.
रेड्डी ने कहा, ”मैं विपक्षी दलों के नेताओं का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने मुझे अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया. हमारा लोकतंत्र केवल जीत से ही नहीं, बल्कि संवाद, असहमति और सहभागिता की भावना से भी मजबूत होता है.” उन्होंने इस बात पर जोर दिया, ”एक नागरिक के रूप में, मैं समानता, बंधुत्व और स्वतंत्रता के उन आदर्शों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं, जो हमें एक सूत्र में बांधते हैं. कामना है कि हमारा संविधान हमारे राष्ट्रीय जीवन का मार्गदर्शक बना रहे.” उन्होंने कहा, ”मैं नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन को उनके कार्यकाल की शुरुआत पर शुभकामनाएं देता हूं.” उपराष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को हुए चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन ने जीत हासिल की. राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 तथा विपक्ष के प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए.


